Friday, March 29, 2024
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ये है भारत के प्रसिद्ध शिव मंदिर, जिनके दर्शन मात्र से हो मोक्ष की प्राप्ति

India TV Lifestyle Desk India TV Lifestyle Desk
Updated on: March 03, 2016 19:54 IST
  • केदारनाथ मंदिर, उत्तराखंड- हिमालय की गोद में स्थित केदारनाथ भी बारह ज्योतिर्लिगों में से एक है। साथ ही इसे चार धाम और पंच केदार में भी एक माना जाता है। पत्‍थरों से बने कत्यूरी शैली से बने इस मन्दिर को पांडव वंश के जनमेजय ने कराया था।
    केदारनाथ मंदिर, उत्तराखंड- हिमालय की गोद में स्थित केदारनाथ भी बारह ज्योतिर्लिगों में से एक है। साथ ही इसे चार धाम और पंच केदार में भी एक माना जाता है। पत्‍थरों से बने कत्यूरी शैली से बने इस मन्दिर को पांडव वंश के जनमेजय ने कराया था।
  • लिंगराज मंदिर
यह मंदिर भारत के ओडिशा प्रांत की राजधानी भुवनेश्वर में स्थित है। यह मंदिर प्राचीन मंदिरों में से एक माना जाता है।
    लिंगराज मंदिर यह मंदिर भारत के ओडिशा प्रांत की राजधानी भुवनेश्वर में स्थित है। यह मंदिर प्राचीन मंदिरों में से एक माना जाता है।
  • अमरनाथ 
अमरनाथ गुफा भगवान शिव के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है। अमरनाथ को तीर्थों का तीर्थ कहा जाता है क्योंकि यहीं पर भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था।
    अमरनाथ अमरनाथ गुफा भगवान शिव के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है। अमरनाथ को तीर्थों का तीर्थ कहा जाता है क्योंकि यहीं पर भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था।
  • घृष्णेश्वर महादेव मंदिर
भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक घृष्णेश्वर महादेव मंदिर है। यह अंतिम  ज्योर्तिलिंग माना जाता है। यहां दर्शन करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है और हर प्रकार की सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
    घृष्णेश्वर महादेव मंदिर भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक घृष्णेश्वर महादेव मंदिर है। यह अंतिम ज्योर्तिलिंग माना जाता है। यहां दर्शन करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है और हर प्रकार की सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
  • महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन
भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक है। समय व मृत्यु के देवता के नाम से इन्हें जाना जाता है। महाकालेश्वर की प्रतिमा दक्षिणमुखी है। साथ ही यहां पर सिंहस्थ महाकुम्भ की शुरुआत 22 अप्रैल से शुरु होने वाला है।
    महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक है। समय व मृत्यु के देवता के नाम से इन्हें जाना जाता है। महाकालेश्वर की प्रतिमा दक्षिणमुखी है। साथ ही यहां पर सिंहस्थ महाकुम्भ की शुरुआत 22 अप्रैल से शुरु होने वाला है।
  • वैद्यनाथ मन्दिर, देवघर
बारह ज्योतिर्लिंग में एक ज्‍योतिर्लिंग का पुराणकालीन मन्दिर है जो भारतवर्ष के राज्य झारखंड में अतिप्रसिद्ध देवघर नामक स्‍थान पर अवस्थित है। पवित्र तीर्थ होने के कारण लोग इसे वैद्यनाथ धाम भी कहते हैं।
    वैद्यनाथ मन्दिर, देवघर बारह ज्योतिर्लिंग में एक ज्‍योतिर्लिंग का पुराणकालीन मन्दिर है जो भारतवर्ष के राज्य झारखंड में अतिप्रसिद्ध देवघर नामक स्‍थान पर अवस्थित है। पवित्र तीर्थ होने के कारण लोग इसे वैद्यनाथ धाम भी कहते हैं।
  • भीमाशंकर
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के पूणे जिले में सह्याद्रि नामक पर्वत पर स्थित है। भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग को मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है।
    भीमाशंकर भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के पूणे जिले में सह्याद्रि नामक पर्वत पर स्थित है। भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग को मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है।
  • त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग
यह मन्दिर महाराष्ट्र-प्रांत के नासिक जिले में हैं यहां के निकटवर्ती ब्रह्म गिरि नामक पर्वत से गोदावरी नदी का उद्गम है। गौतम ऋषि तथा गोदावरी के प्रार्थनानुसार भगवान शिव इस स्थान में वास करने की कृपा की।
    त्र्यम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग यह मन्दिर महाराष्ट्र-प्रांत के नासिक जिले में हैं यहां के निकटवर्ती ब्रह्म गिरि नामक पर्वत से गोदावरी नदी का उद्गम है। गौतम ऋषि तथा गोदावरी के प्रार्थनानुसार भगवान शिव इस स्थान में वास करने की कृपा की।
  • मुरुदेश्वर शिव मंदिर, कर्नाटक
 यह मंदिर अरब सागर के तट पर तथा मेंगलोर से 165 किमी दूरी पर अरब सागर में स्थित है। यहां पर लगी मूर्ति विश्व की दूसरी सबसे बड़ी मूर्ति है।
    मुरुदेश्वर शिव मंदिर, कर्नाटक यह मंदिर अरब सागर के तट पर तथा मेंगलोर से 165 किमी दूरी पर अरब सागर में स्थित है। यहां पर लगी मूर्ति विश्व की दूसरी सबसे बड़ी मूर्ति है।
  • नागेश्वर ज्योतिर्लिंग,  गुजरात
भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग है। नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के परिसर में भगवान शिव की ध्यान मुद्रा में एक बड़ी ही मनमोहक अति विशाल प्रतिमा है।
    नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, गुजरात भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग है। नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के परिसर में भगवान शिव की ध्यान मुद्रा में एक बड़ी ही मनमोहक अति विशाल प्रतिमा है।
  • सोमनाथ मंदिर, गुजरात
इस शिव मंदिर को भी बारह ज्योतिर्लिंगो में से एक माना जाता है। य़ह मंदिर हिंदू धर्म के प्रमुख मंदिर में से एक है। ऋग्वेद के अनुसार इस मंदिर का निर्माण चंद्रदेव ने किया था।
    सोमनाथ मंदिर, गुजरात इस शिव मंदिर को भी बारह ज्योतिर्लिंगो में से एक माना जाता है। य़ह मंदिर हिंदू धर्म के प्रमुख मंदिर में से एक है। ऋग्वेद के अनुसार इस मंदिर का निर्माण चंद्रदेव ने किया था।
  • काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी
काशी विश्वनाथ को बापह ज्योतिर्लिगों में से एक माना जाता है। यह मंदिर वाराणसी जैसे पवित्र स्थल में स्थापित है। यहां बहती गंगा नदी और यहां पर भोलेनाथ के दर्शन मात्र से मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है।
    काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी काशी विश्वनाथ को बापह ज्योतिर्लिगों में से एक माना जाता है। यह मंदिर वाराणसी जैसे पवित्र स्थल में स्थापित है। यहां बहती गंगा नदी और यहां पर भोलेनाथ के दर्शन मात्र से मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है।
  • रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग
यह ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु राज्य के रामनाथपुर नामक स्थान में स्थित है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक होने के साथ-साथ यह स्थान हिंदुओं के चार धामों में से एक भी है। इसके बारें में मान्यता है कि इसकी स्थापना स्वयं भगवान
    रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग यह ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु राज्य के रामनाथपुर नामक स्थान में स्थित है। भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक होने के साथ-साथ यह स्थान हिंदुओं के चार धामों में से एक भी है। इसके बारें में मान्यता है कि इसकी स्थापना स्वयं भगवान