उन्होंने कहा, "मैं सक्रिय रूप से महिला सशक्तिकरण, वंचितों के पुनर्वास और मानवाधिकारों जैसे मुद्दों से जुड़ा रहता हूं। मेरा मानना है कि दुनिया ने मुझे बहुत कुछ दिया है और बदले में मुझे भी इसे भी कुछ देना चाहिए। इस मानद उपाधि से खुद को सम्मानित महसूस कर रहा हूं। इस उपाधि के लिए मेरा चयन करने के फैसले से जुड़े हर शख्स का धन्यवाद करता हूं।"