Wednesday, April 24, 2024
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फिल्लौरी

अनुष्का शर्मा की फिल्म 'फिल्लौरी' आज रिलीज हो गई। फिल्म में अनुष्का एक भूतनी के किरदार में हैं। यह फिल्म अनुष्का शर्मा के लिए खास है क्योंकि अनुष्का फिल्म की अभ

ज्योति जायसवाल ज्योति जायसवाल
Updated on: March 24, 2017 16:03 IST
Phillauri
Phillauri
  • फिल्म रिव्यू: Phillauri
  • स्टार रेटिंग: 2.5 / 5
  • पर्दे पर: 24 मार्च 2017
  • डायरेक्टर: अंशाई लाल
  • शैली: रोमांटिक-कॉमेडी

अनुष्का शर्मा की फिल्म 'फिल्लौरी' आज रिलीज हो गई। फिल्म में अनुष्का एक भूतनी के किरदार में हैं। यह फिल्म अनुष्का शर्मा के लिए खास है क्योंकि अनुष्का फिल्म की अभिनेत्री के साथ फिल्म की प्रोड्यूसर भी हैं। इससे पहले अनुष्का ने 'एन एच 10' का प्रोडक्शन किया था, जिसे काफी तारीफें मिली थीं।आइए अनुष्का के होम प्रोडक्शन में बनी दूसरी फिल्म 'फिल्लौरी' की फिल्म समीक्षा करते हैं।

कहानी

फिल्म की कहानी शुरू होती है जब कनन यानी सूरज शर्मा 3 साल बाद कनाडा से अपनी गर्लफ्रेंड अनु यानी मेहरीन पीरजादा से शादी करने पंजाब आता है। मांगलिक होने की वजह से घरवाले कनन की शादी पहले एक पेड़ से करा देते हैं। लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब पता चलता है उस पेड़ में शशि नाम की एक भूतनी (अनुष्का शर्मा) रहती है और सूरज की शादी पेड़ से नहीं भूतनी से हो गई है।

शादी होने के बाद शशि दुल्हन के जोड़े में कनन के घर पहुंच जाती है। वह 100 साल बाद की दुनिया देखकर अचंभित है। लाइट्स को दीया समझकर वह उसे फूंक मारकर बुझाने की कोशिश करती है। सगाई के दौरान अनु के कम कपड़े पहने देखकर वह चौंक जाती है। सूरज और अनु की शादी की रस्में देखकर शशि को भी अपनी प्रेम कहानी याद आ जाती है और कहानी फ्लैशबैक में चली जाती है, और फिर एंट्री होती है मस्तमौला दिलजीत दोसांझ की। रूप लाल फिल्लौरी के किरदार में दिलजीत ने कमाल कर दिया है। फिल्लौरी गाने गाता है और अनुष्का कविताएं लिखती हैं। फिल्म में सस्पेंस बना रहता है और हमें इस बात का बेसब्री से इंतजार रहता है कि आखिर फिल्म में अनुष्का के किरदार की मौत कैसे होती है। आपको बता दें फिल्म का जलियावाला बाग कांड से भी कनेक्शन है, लेकिन वो आपको फिल्म देखने के बाद पता चलेगा।

फिल्म में साल 1919 और 2017 की लव स्टोरी एकसाथ चलती है। फिल्म देखते वक्त इम्तियाज अली की फिल्म ‘लव आज कल’ याद आ जाती है। इम्तियाज ने उस फिल्म में पुराने जमाने और नए जमाने के प्यार का बेहतरीन विरोधाभास दिखाया था। लेकिन इस फिल्म में जब कहानी प्रजेंट से पास्ट और पास्ट से प्रजेंट में आएगी तो आप कन्फ्यूज्ड हो जाएंगे हैं कि इस कहानी के बीच उस कहानी को दिखाने का क्या तुक है?

अभिनय की बात करें तो फिल्म की जान है एक भूतनी यानी अनुष्का शर्मा। अनुष्का ने अपने किरदार को बखूबी निभाया है। ये प्यारी सी भूतनी हंसती भी और इमोशनल भी होती है। फिल्लौरी के रूप में दिलजीत काफी अच्छे लगे हैं। ‘लाइफ ऑफ पाई’ फेम सूरज शर्मा भी अपने रोल फिट हैं। उनका फेसियल एक्सप्रेशन कमाल का है। वहीं इस फिल्म से डेब्यू करने वाली मेहरीन पीरजादा भी सुंदर लगी हैं और अपना रोल उन्होंने अच्छे से निभाया है।

फिल्म का संगीत अच्छा है। फिल्म के गाने ‘साहेबा’ और ‘दम-दम’ पहले ही हिट हो चुका है। गाने फिल्म की कहानी के साथ आते हैं और कहानी को आगे बढ़ाने में मदद करते हैं।

निर्देशन की बात करें तो यह निर्देशक अंशाई लाल की पहली फिल्म है। डेब्यू के हिसाब से उनकी तारीफ करनी होगी लेकिन फिल्म की कहानी और डायरेक्शन कमजोर है। फिल्म का क्लाइमेक्स लंबा है, और लगने लगता है कि फिल्म कब खत्म होगी।  फिल्म जिस स्टोरी आइडिया पर बनी थी, मुझे उससे और अच्छी फिल्म की उम्मीद थी।

देखें या नहीं

अगर आप हल्की फुल्की मसाला फिल्म देखना चाहते हैं फिल्म देख सकते हैं। ‘फिल्लौरी’ की शशि आपका मनोरंजन करेगी। फिल्म को हम 2.5 स्टार देंगे।

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