राम मंदिर के निर्माण और रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के मुहूर्त को लेकर संत समाज के ही कुछ लोग अलग-अलग बातें कह रहे हैं, और इसी मुद्दे पर संतों ने अपनी बात रखी है।
राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने राम मंदिर बनने की पूरी इनसाइड स्टोरी बताई। उन्होंने इंडिया टीवी से खास बातचीत में बताया कि वह 1990 से राम मंदिर के इतिहास से जुड़े हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उनकी भूमिका तय हुई।
महाराष्ट्र के 26 जिलों में सूखे जैसे हालात बने हुए हैं, इनमें औरंगाबाद, परभणी, अहमदनगर, धुले, जलगांव, नाशिक, नंदूरबार, अकोला, अमरावती, बुलढाणा, बीड, हिंगोली, जालना, नांदेड़, लातूर, उस्मानाबाद, यवतमाल, वाशिम, वर्धा, चंद्रपुर, नागपुर, पुणे, सांगली, सातारा, सोलापुर और पालघर शामिल हैं।