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Hindi News विदेश अमेरिका राजनीतिक संकट के बीच अमेरिका ने कहा, तुरंत संसद की बैठक बुलाएं श्रीलंकाई राष्ट्रपति

राजनीतिक संकट के बीच अमेरिका ने कहा, तुरंत संसद की बैठक बुलाएं श्रीलंकाई राष्ट्रपति

राष्ट्रपति ने विक्रमसिंघे की निजी सुरक्षा और वाहनों को उनसे वापस ले कर 72 वर्षीय राजपक्षे को सौंप दिया, जिन्होंने नाटकीय ढंग राजनीति में एक बार फिर वापसी की है।

Heather Nauert | AP File- India TV Hindi Heather Nauert | AP File

वॉशिंगटन: श्रीलंका में जारी राजनीतिक उथल-पुथल पर अमेरिका करीबी नजर रख रहा है। इसी कड़ी में उसने श्रीलंका में प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे की अचानक बर्खास्तगी से उत्पन्न हालात के बीच श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना से जल्द से जल्द संसद की बैठक बुलाने के लिए कहा है। अमेरिका का कहना है कि श्रीलंकाई राष्ट्रपति तत्काल यह बैठक बुलाएं ताकि लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित प्रतिनिधि यह फैसला कर सकें कि अपनी सरकार का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी वह किसे देना चाहते हैं।

अमेरिका की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा, ‘हमने श्रीलंकाई राष्ट्रपति से कहा है कि वे संसद के स्पीकर के परामर्श से तुरंत संसद की बैठक बुलाएं ताकि श्रीलंकाई लोगों द्वारा लोकतांत्रिक ढंग से निर्वाचित प्रतिनिधि अपनी सरकार के नेता को चुन सके।’ गौरतलब है कि सिरीसेना ने शुक्रवार को विक्रमसिंघे को बर्खास्त कर दिया था और पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया था, जिससे श्रीलंका में राजनीतिक उथल-पुथल का माहौल बन गया था।

अगले दिन, विक्रमसिंघे ने अपनी बर्खास्तगी को गैरकानूनी और असंवैधानिक करार देते हुये इस फैसले को मामने से इनकार कर दिया और बहुमत साबित करने के लिए एक आपातकालीन सत्र बुलाने की मांग की। जिसके बाद राष्ट्रपति ने संसद को भी निलंबित कर दिया। राष्ट्रपति ने विक्रमसिंघे की निजी सुरक्षा और वाहनों को उनसे वापस ले कर 72 वर्षीय राजपक्षे को सौंप दिया, जिन्होंने नाटकीय ढंग राजनीति में एक बार फिर वापसी की है। नोर्ट ने कहा कि श्रीलंका के घटनाक्रम पर अमेरिका लगातार नजर बनाये हुये है। संयुक्त राष्ट्र ने भी श्रीलंका के राजनीतिक घटनाक्रम पर चिंता जताया है।

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