Hindi News विदेश एशिया पुलवामा हमले के बाद दाने-दाने को मोहताज होगा पाकिस्तान, टमाटर बिक रहा 200 रु किलो

पुलवामा हमले के बाद दाने-दाने को मोहताज होगा पाकिस्तान, टमाटर बिक रहा 200 रु किलो

अटारी-बाघा बॉर्डर से 300 ट्रक टमाटर पाकिस्तान भेजा जाता था। अब निर्यात बंद होने से पाक में 20 रु किलो वाला टमाटर 200 में बिक रहा है, 10 रुपए वाला आलू 30-35 रुपए किलो, खीरा-तोरी के दाम भी 80 रुपए किलो हो गए हैं।

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नई दिल्ली: पुलवामा हमले के बाद हिंदुस्तान के लोग पाकिस्तान से बदले की मांग कर रहे हैं लेकिन मोदी सरकार ने पाकिस्तान पर ऐसी चोट की है जिससे उसकी कमर टूट गई है। पाकिस्तान दाने दाने को मोहताज हो रहा है, आवाम में त्राहिमाम मचा है। पुलवामा हमले के बाद मोदी सरकार ने पाकिस्तान से पहले मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीना और फिर पाक से आयात होने वाले सामान पर ड्यूटी 200 फीसदी तक बढ़ा दी। 

मोदी सरकार की पाकिस्तान पर ये ऐसी चोट थी जिसका असर अब पूरे पाकिस्तान में दिखने लगा है। अटारी बॉर्डर पर ट्रकों की लाइन लगी है जिसमें पाकिस्तान की क़रीब 50 करोड़ की कीमत का सीमेंट और छुआरा लदा है। आयात शुल्क 200 फीसदी होने से व्यापारियों ने हाथ खींच लिए है जिससे पाकिस्तान का करोड़ों का नुकसान हुआ है।

मोदी के एक एक्शन से इमरान खान का न्यू पाकिस्तान दाने-दाने को मोहताज हो गया है। एक्साइज़ ड्यूटी बढ़ने से तो आर्थिक कमर टूटी ही है भारत की ओर से फलों और सब्ज़ियों का निर्यात बंद होने से भी पाक के बाज़ारों में आग लगी है। सब्जियां सर्जिकल स्ट्राइक कर रही हैं और टमाटर बम बनकर पाकिस्तान में फूट रहे हैं।

दरअसल पुलवामा हमले के बाद हिंदुस्तानी इस कदर उबल रहे हैं कि उन्होंने टमाटर पाकिस्तान नहीं भेजने का फैसला किया है। मध्य प्रदेश के झाबुआ के किसान उनमें से एक हैं जो स्थानीय बाज़ार में टमाटर बेचने की बजाय पाकिस्तान टमाटर भेजते थे। पाकिस्तान टमाटर भेजने पर प्रति किलो 30 रुपए का फायदा होता है लेकिन किसान कह रहे हैं कि मुनाफा भले ही कम हो लेकिन अब टमाटर पाकिस्तान नहीं भेजेंगे।

अटारी-बाघा बॉर्डर से 300 ट्रक टमाटर पाकिस्तान भेजा जाता था। अब निर्यात बंद होने से पाक में 20 रु किलो वाला टमाटर 200 में बिक रहा है, 10 रुपए वाला आलू 30-35 रुपए किलो, खीरा-तोरी के दाम भी 80 रुपए किलो हो गए हैं। लौकी और टिंडे की कीमत 100 रुपए किलो के पार पहुंच गई हैं तो भिंडी 200 रुपए किलो बिक रही है और 35 रुपए किलो बिकने वाली चीनी 70 रुपए पहुंच गई है।

हालात ये हैं कि पाकिस्तान के टीवी चैनलों पर भूख की तड़प गूंज रही है। हिन्दुस्तानी टमाटर से पाकिस्तान हर साल करीब 750 करोड़ रुपए कमाता था जबकि छुआरे को भारत भेजकर पाकिस्तान 1200 करोड़ सालाना बटोरता था लेकिन भारत के कड़े कदम से पाकिस्तान का करोड़ों का मुनाफा मिट्टी में मिल गया है। कराची से लाहौर तक, रावलपिंडी से वाघा बॉर्डर तक पाकिस्तान में महंगाई बम बरसा रहा है।

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