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Hindi News पैसा गैजेट भारत में एप्‍पल और सैमसंग नहीं बल्कि इस कंपनी के बिकते हैं सबसे ज्‍यादा फोन, शाओमी को भी पीछे छोड़ा

भारत में एप्‍पल और सैमसंग नहीं बल्कि इस कंपनी के बिकते हैं सबसे ज्‍यादा फोन, शाओमी को भी पीछे छोड़ा

साल 2018 की दूसरी तिमाही में भारतीय स्‍मार्टफोन बाजार के प्रीमियम सेगमेंट में चीन की स्‍मार्टफोन निर्माता वनप्‍लस ने अपने फ्लैगशिप वनप्‍लस 6 की सफलता के जरिये 40 प्रतिशत बाजार पर अपना कब्‍जा जमा लिया है।

oneplus 6- India TV Paisa Image Source : ONEPLUS 6 oneplus 6

नई दिल्‍ली। भारतीय स्‍मार्टफोन बाजार के प्रीमियम सेगमेंट में एप्‍पल, सैमसंग या शाओमी का दबदबा नहीं है। साल 2018 की दूसरी तिमाही में भारतीय स्‍मार्टफोन बाजार के प्रीमियम सेगमेंट में चीन की स्‍मार्टफोन निर्माता वनप्‍लस ने अपने फ्लैगशिप वनप्‍लस 6 की सफलता के जरिये 40 प्रतिशत बाजार पर अपना कब्‍जा जमा लिया है। एक ताजा रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारतीय प्रीमियम स्‍मार्टफोन सेगमेंट में सैमसंग की 34 प्रतिशत और एप्‍पल की 14 प्रतिशत हिस्‍सेदारी है। एप्‍पल की यह हिस्‍सेदारी अब तक के इतिहास में सबसे कम है।

हांगकांग की रिसर्च कंपनी काउंटरप्‍वाइंट रिसर्च ने अपनी ताजा रिपोर्ट में बताया है कि साल 2018 की दूसरी तिमाही में प्रीमियम स्‍मार्टफोन सेगमेंट (30 हजार रुपए और अधिक मूल्‍य) वार्षिक आधार पर 19 प्रतिशत और क्रमिक आधार पर 10 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ा है।

सोमवार देर रात को जारी की गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रीमियम स्‍मार्टफोन सेगमेंट में एक साल पहले की तुलना में उपभोक्‍ता मांग में बढ़ोतरी का मुख्‍य कारण नए-नए ऑफर्स और नई-नई लॉन्चिंग रही। प्रीमियम सेगमेंट में टॉप तीन ब्रांड में वनप्‍लस, सैमंसग और एप्‍पल की संयुक्‍त बाजार हिस्‍सेदारी 88 प्रतिशत की रही, जो इसके पिछली तिमाही में 95 प्रतिशत थी।

काउंटर प्‍वाइंट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इसका मुख्‍य कारण प्रीमियम सेगमेंट में नई कंपनियों का आना भी है, जिसमें हुवावे (पी20), वीवो (एक्‍स21), नोकिया एचएमडी (नोकिया 8 सिरोको) और एलजी (वी30 प्‍लस) प्रमुख हैं।

काउंटर प्‍वाइंट रिसर्च के पार्टनर और शोध निदेशक (आईओटी, मोबाइल और ईकोसिस्‍टम) नील शाह ने कहा कि हाई-एंड फ्लैगशिप स्‍मार्टफोन और समुदाय से जुड़ने पर जोर देने से वनप्‍लस को यूजर्स का भरोसा जीतने और अपने उपभोक्‍ताओं के जरिये ब्रांड के प्रति जागरूकता फैलाने में खूब मदद मिली है। 

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