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Hindi News पैसा बिज़नेस सिक्‍के स्‍वीकार करने से इनकार नहीं करेंगे बैंक, FY 2019-20 में अर्थव्‍यवस्‍था की विकास दर 7.4% रहने के आसार

सिक्‍के स्‍वीकार करने से इनकार नहीं करेंगे बैंक, FY 2019-20 में अर्थव्‍यवस्‍था की विकास दर 7.4% रहने के आसार

सरकार ने प्रमुख वैश्विक संस्थाओं की रिपोर्ट का हवाला देते हुए आज कहा कि देश की अर्थव्यवस्था का रुख सकारात्मक है और वित्‍त वर्ष 2019-20 में आर्थिक विकास दर 7.4 प्रतिशत होने के आसार हैं।

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नई दिल्ली। सरकार ने आज कहा कि बैंकों द्वारा सिक्के स्वीकार नहीं किए जाने की कई शिकायतें मिलने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों से कहा है कि वे लेनदेन और विनिमय में सिक्के स्वीकार करें। 

लोकसभा में मोहम्मद सलीम के प्रश्न के लिखित उत्तर में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि आरबीआई ने सूचित किया है कि उसे जनता और कुछ संगठनों की ओर से शिकायतें मिली हैं कि बैंक सिक्के स्वीकार नहीं कर रहे हैं। आरबीआई ने बैंको को परामर्श दिया है कि वे लेनदेन और विनिमय में सिक्के स्वीकार करें। जेटली ने कहा कि आरबीआई के क्षेत्रीय कार्यालयों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने तहत आने वाले बैंकों के नियंत्रकों को सभी शाखाओं में सिक्के स्वीकार करने का निर्देश दें। 

उन्होंने कहा कि आरबीआई के क्षेत्रीय कार्यालयों को भी परामर्श दिया गया है कि वे जनता से सिक्के स्वीकार करने के लिए अपने काउंटर खोलें। वित्त मंत्री ने कहा कि आरबीआई के आदेशानुसार लोग बैंक शाखाओं में सिक्के बदल सकते हैं। 

7.4 प्रतिशत रहेगी आर्थिक रफ्तार

सरकार ने प्रमुख वैश्विक संस्थाओं की रिपोर्ट का हवाला देते हुए आज कहा कि देश की अर्थव्यवस्था का रुख सकारात्मक है और वित्‍त वर्ष 2019-20 में आर्थिक विकास दर 7.4 प्रतिशत होने के आसार हैं। 

लोकसभा में पूनम मदाम के प्रश्न के लिखित उत्तर में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की ‘वर्ल्ड इकोनॉमिक सिचुएशन एंड प्रासपेक्ट्स-2018’ रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय अर्थव्यवस्था 2018-19 में 7.2 प्रतिशत और 2019-20 में 7.4 प्रतिशत रहेगी। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत को लेकर दृष्टिकोण काफी हद तक सकारात्मक है और निजी एवं सार्वजनिक निवेश के साथ ढांचागत सुधारों के कदम उठाए जा रहे हैं। जेटली ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में भरोसा बढ़ाने और आर्थिक विकास को गति देने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। 

 

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