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Hindi News लाइफस्टाइल हेल्थ दिल्ली सहित इन राज्यों पर चलेगा 'नो कैंसर' अभियान, जानिए क्या है इसमें खास

दिल्ली सहित इन राज्यों पर चलेगा 'नो कैंसर' अभियान, जानिए क्या है इसमें खास

दिल्ली और अन्य निकटवर्ती राज्यों के निवासियों को विशेष हेल्थकेयर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए बीएलके सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने रैडियंट लाइफ केयर फाउंडेशन के साथ मिलकर 'नो कैंसर' अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान की शुरुआत के साथ एक मोबाइल कैंसर वैन रवाना की गई।

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हेल्थ डेस्क:  दिल्ली और अन्य निकटवर्ती राज्यों के निवासियों को विशेष हेल्थकेयर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए बीएलके सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने रैडियंट लाइफ केयर फाउंडेशन के साथ मिलकर 'नो कैंसर' अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान की शुरुआत के साथ एक मोबाइल कैंसर वैन रवाना की गई।

अभियान के तहत, ब्रेस्ट, सर्वाइकल, प्रोस्टेट और सिर व गले के कैंसर की जांच के लिए विभिन्न स्थानों में कैंसर कैंप वाला एक साल लंबा कार्यक्रम शुरू किया गया है। यह अभियान दिल्ली से शुरू होकर हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पड़ोसी राज्यों में जाएगा। इस कैंप में बीएलके सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के विशेषज्ञों द्वारा स्क्रीनिंग और विशेषज्ञ परामर्श दिया जाएगा।

बीएलके सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में ऑपरेशन एंड प्लानिंग के निदेशक डॉ. मृदुल कौशिक ने कहा, "लोगों के बीच कैंसर के बारे में तुरंत जागरूकता फैलाने की जरूरत है। इस बीमारी से जुड़े जोखिमों से बचने के लिए जल्दी जांच और इलाज करने के महत्व के बारे में उन्हें जागरूक बनाना इस अभियान का मकसद है।"

डब्ल्यूएचओ के अनुमानों के अनुसार, भारत में हर साल प्रत्येक 50,000 महिलाओं में से एक में स्तन कैंसर का पता चलता है। साल 2030 तक यह बढ़कर दो महिला में होने की आशंका है। हर साल सर्वाइकल कैंसर के अनुमानत: लगभग 5,00,000 नए मामलों और 2,50,000 मृत्यु के साथ, सवाईकल कैंसर महिलाओं में सबसे आम और तेजी से फैलने वाला कैंसर है।

डॉ. कौशिक ने कहा, "कैंसर से होने वाली ज्यादातर मौतें जागरूकता में कमी, बीमारी के बारे में जानकारी न होना और उचित व सही इलाज की कमी की वजह से होती हैं, जो तुरंत सुधार करने योग्य चिंता का एक बड़ा विषय है। हालांकि, कैंसर जैसी बीमारी को ठीक करने और संभालने के लिए चिकित्सा और सर्जरी के क्षेत्र में उन्नति के साथ उम्मीद की एक किरण जगी है।"

यह पाया गया है कि आमतौर पर लोग कैंसर को अंतिम समय से जोड़ने लगते हैं लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता है। समय पर उचित इलाज के साथ कैंसर काफी हद तक ठीक करने योग्य बीमारी है।

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