Hindi News लाइफस्टाइल हेल्थ हाथों और गर्दन में लगातार रहता है दर्द तो न करें अनदेखा, हो सकती है दिल की बीमारी

हाथों और गर्दन में लगातार रहता है दर्द तो न करें अनदेखा, हो सकती है दिल की बीमारी

बढ़ती उम्र के साथ कई तरह की बीमारी भी आपको अपना शिकार बनाती है। कभी-कभी यह बीमारी छोटी भी हो सकती है और कई बार यह बड़ी भी हो सकती है लेकिन इन सब के बीच आपको एक बात का ख्याल जो अक्सर आपको रखनी है वह है आप समय-समय पर अपना रूटीन चेकअप करवाते रहें। 

<p>health problem</p>- India TV Hindi health problem

हेल्थ डेस्क: बढ़ती उम्र के साथ कई तरह की बीमारी भी आपको अपना शिकार बनाती है। कभी-कभी यह बीमारी छोटी भी हो सकती है और कई बार यह बड़ी भी हो सकती है लेकिन इन सब के बीच आपको एक बात का ख्याल जो अक्सर आपको रखनी है वह है आप समय-समय पर अपना रूटीन चेकअप करवाते रहें। सबसे पहली बात है कि कोई भी बीमारी चाहे वह बड़ी हो या छोटी उसके लक्षण शरीर पर दिखाई देते हैं लेकिन हम इसे अक्सर इग्नोर कर देते हैं। लेकिन आज के आधुनिक लाइफ स्टाइल में 30 से 40 साल की उम्र में ही लोगों को दिल के रोग होने लगे हैं।
 
WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, ये हार्ट डिजीज 1970 से 2000 के बीच 300 फीसदी बढ़ गई हैं। ऐसे में आपका ये जानना बेहद जरूरी है कि दिल की बीमारी होने के क्या लक्षण हैं और समय से पहले दिल के रोग होने से खुद को कैसे बचाया जा सकता है। 

हृदय रोग के लक्षण
छाती में असहजता महसूस होना- यदि आपकी आर्टरी ब्लॉक है या फिर हार्ट अटैक है तो आपको छाती में दबाव महसूस होगा और दर्द के साथ ही दबाव महसूस होगा। 
नोजिया, हार्टबर्न और पेट में दर्द- दिल संबंधी कोई भी गंभीर समस्या होने से पहले कुछ लोगों को मितली आना, हृदय में जलन, पेट में दर्द होना या फिर पाचन संबंधी दिक्कतें आने लगती हैं। 

हाथ में दर्द होना- कई बार दिल के रोगी को छाती और बाएं कंधे में दर्द की शिकायत होने लगती है। ये दर्द धीरे-धीरे हाथों की तरफ नीचे की ओर जाने लगता है। 

कई दिनों तक कफ होना- यदि आपको काफी दिनों से खांसी-जुकाम हो रहा है और थूक सफेद या गुलाबी रंग का हो रहा है तो ये हार्ट फेल होने का एक बड़ा  लक्षण है।  

पसीना आना- सामान्य से अधिक पसीना आना खासतौर पर तब जब आप कोई शारीरिक क्रिया नहीं कर रहे तो ये आपके लिए एक चेतावनी हो सकती है।  

पैरों में सूजन- पैरों में, टखनों में, तलवों में और एंकल्स में सूजन आने का मतलब ये भी हो सकता है कि आपके हार्ट में ब्लड का सरकुलेशन ठीक से नहीं हो रहा है। 

हाथ-कमर और दांतों में दर्द होना- हाथों में दर्द होना, कमर में दर्द होना, गर्दन में दर्द होना और यहां तक की दांतों व जबड़े में दर्द होना भी दिल की बीमारियों का एक लक्षण हो सकता है। 

चक्कर आना या सिर घूमना- कई बार चक्कर आने, सिर घूमने, बेहोश होने, बहुत थकान होने जैसे लक्षण भी दिल की बीमारियों की चेतावनी देते हैं। 
सांस लेने में दिक्कतें आना- सांस लेने में दिक्कतें आना या फिर कम सांस लेना हार्ट फेल का बड़ा लक्षण है। 

दिल को स्वस्थ रखने के 7 उपाय 
Green Tea का प्रयोग करें:  इसमें antioxidants होते हैं जो आपके cholesterol को कम करते हैं  और ये blood pressure कंट्रोल  करने में भी मददगार होते हैं। ग्रीन टी में कुछ ऐसे तत्व भी पाए जाते हैं जो कैंसर बढ़ाने वाली कोश‍िकाओं को मारते हैं। ये असमान्य blood clotting को भी रोकती  है , जिस वजह से ये स्‍ट्रोक रोकने में भी सहायक है। 

Olive Oil का प्रयोग करें: खाना बनाने के लिए जैतून तेल का प्रयोग करें। दरअसल इसमें मौजूद फैट्स bad LDL cholesterol को कम करने में सहायक होते हैं। Olive Oil में भी antioxidants होते हैं , जो अन्य कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।  पर्याप्त नीद लें: खासतौर पर 40 साल के ऊपर के व्यक्ति के लिए अच्छी नींद बहुत ज़रूरी है। पर्याप्त नींद ना लेने पर शरीर से stress hormones निकलते हैं, जो धमनियों को block कर देते हैं और जलन पैदा करते हैं।  फाइबर युक्त आहार लें: रिसर्च के आधार पर ये साबित हो चुका है कि आप जितना अधिक fibre खायेंगे , आपके हार्ट अटैक के चांस उतने ही कम होंगे।

अधिक से अधिक बीन, सूप और सलाद का प्रयोग करें।  नाश्‍ते में फ्रूट जूस लें: ऑरेंज जूस में folic acid होता है जो heart attack के खतरे को कम करता है। वहीं अंगूर के जूस में flavonoids and resveratrol होते हैं आर्टरी ब्‍लॉक करने वाले clots को कम करता है। ज्यादातर juice आपके लिए अच्छे हैं बस ध्यान रखिये कि वो sugar free हों।  रोज़ exercise करें: यदि आप daily 20 मिनट तक व्यायाम करते हैं तो heart-attack होने आपका खतरा एक-तिहाई तक घट जाता है।

Walk पर जाना, aerobics या dance classes करना फायदेमंद होगा।  खाने में लहसुन का प्रयोग करें: अध्ययनों में पाया गया है कि लहसुन खाने से blood pressure कम रहता है। ये cholesterol को भी कम करता है और साथ ही blood sugar levels को भी control में रखता है। इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।(पैंक्रियाज कैंसर की पहचान करना है मुश्किल, जानिए लक्षण, कारण और कैसे करें बचाव)

दिल की बीमारियों के लिए योगासन
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने काम को ज्यादा प्रथामिकता देते हैं। लेकिन जरा सोचिए अगर आप स्वस्थ नहीं रहेंगे तो काम कैसे कर पाएंगे!  ऐसे में अगर आप थोड़ा सा समय योग के लिए निकालें तो आप अपने दिल को चुस्त दुरुस्त रख पाएंगे। आइए जानें हृदय रोग में कौन से कौन योग करना चाहिए।(सावधान! शरीर में दिखें इस तरह के संकेत तो आप Uti के हैं शिकार)

Latest Lifestyle News