Hindi News लाइफस्टाइल हेल्थ मनोहर पर्रिकर इलाज के सिलसिले में अमेरिका हुए रवाना, जानें क्‍या है पैंक्रियाटिक कैंसर के लक्षण और कारण?

मनोहर पर्रिकर इलाज के सिलसिले में अमेरिका हुए रवाना, जानें क्‍या है पैंक्रियाटिक कैंसर के लक्षण और कारण?

पर्रिकर (62) का इस साल की शुरुआत में अग्न्याशय संबंधी बीमारी के चलते तीन महीने तक अमेरिका में इलाज चला था और वह जून में भारत लौटे थे।  जानिए इस बीमारी के लक्षण और कारण...

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हेल्थ डेस्क: गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर कल देर रात इलाज के सिलसिले में अमेरिका रवाना हो गए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पर्रिकर (62) का इस साल की शुरुआत में अग्न्याशय संबंधी बीमारी के चलते तीन महीने तक अमेरिका में इलाज चला था और वह जून में भारत लौटे थे।

इस महीने की शुरुआत में वह स्वास्थ्य जांच के लिए फिर से अमेरिका गए थे। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के एक अधिकारी ने बताया, '' पर्रिकर कल देर रात डेढ़ बजे मुंबई हवाईअड्डे से एयर इंडिया के विमान से रवाना हुए।

उन्होंने बताया, '' वह आठ दिन के लिए अमेरिका गए हैं।'' सीएमओ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कल बताया था कि पर्रिकर इलाज के सिलसिले में दोबारा अमेरिका जाएंगे। भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कल रात बताया कि गोवा भाजपा के नेताओं की दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ आज होने वाली बैठक रद्द कर दी गई है। इस बैठक में पर्रिकर के इलाज के मद्देनजर तटीय राज्य में नेतृत्व पर चर्चा होनी थी।

पैंक्रियाटिक कैंसर

 

अग्नाशय कैंसर यानी कि पैनक्रीएटिक कैंसर बहुत ही गंभीर रोग है। अग्‍नाशय में कैंसर युक्‍त कोशिकाओं के जन्‍म के कारण पैनक्रीएटिक कैंसर की शुरूआत होती है। यह अधिकतर 60 वर्ष से ऊपर की उम्र वाले लोगों में पाया जाता है। उम्र बढ़ने के साथ ही हमारे डीएनए में कैंसर पैदा करने वाले बदलाव होते हैं। इसी कारण 60 वर्ष या इससे ज्‍यादा उम्र के लोगों में पैनक्रीएटिक कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। इस कैंसर के होने की औसतन उम्र 72 साल है।

महिलाओं के मुकाबले पैनक्रीएटिक कैंसर पुरुषों को ज्यादा होता है। जो पुरुषों धूम्रपान  करते है। उन्हें इस कैंसर होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। रेड मीट और चर्बी युक्‍त आहार का सेवन करने वालों को भी पैनक्रीएटिक कैंसर होने की आशंका बनी रहती है। कई अध्‍ययनों से यह भी साफ हुआ है कि फलों और सब्जियों के सेवन से इसके होने की आशंका कम होती है।

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