Hindi News लाइफस्टाइल डेटिंग Happy Valentine Day 2018: वैलेंटाइन में पढ़िए अमित और शालिनी की स्वीट सी लव स्टोरी, प्यार तो ऐसा ही होता है जनाब

Happy Valentine Day 2018: वैलेंटाइन में पढ़िए अमित और शालिनी की स्वीट सी लव स्टोरी, प्यार तो ऐसा ही होता है जनाब

आज के समय में प्यार का अर्थ बहुत ही बदल गया है। आज के प्यार को युवा आकर्षण के साथ तौल देते है और प्यार को समझ नहीं पाते है जिसके कारण कुछ दिन, माह या साल में ही उनका रिश्ता बेबुनियादी होकर टूट जाता है। और इसके बाद सिर्फ पछतावा हाथ लगता है।

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Valentine Day वैलेंटाइन डे: प्रेम अपने आप में इतना भारी शब्द है जिसके बारें में जितना कहा जाएं शायद वो भी कम पड़ जाएं। प्यार जरुरी नहीं है कि सिर्फ प्रेमी-प्रेमिका से हो, यह तो एक ऐसा एहसास है जिसके साथ ही दुनिया में इंसानियत भावनाएं जीवित है। इन दिनों वैलेंटाइन वीक चल रहा है जिसके लिए हर कोई अपने चाहने वाले को खुश करने की कोशिश कर रहा है। चारों ओर बस प्रेम की हवा चल रही है। जिधर देखों बस यहीं टॉपिक छिड़ा हुआ है। प्यार एक ऐसी चीज है कि कब किसे कहां और कैसे हो जाएं किसी को पहले से पता नहीं होता है।

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आज के समय में प्यार का अर्थ बहुत ही बदल गया है। आज के प्यार को युवा आकर्षण के साथ तौल देते है और प्यार को समझ नहीं पाते है जिसके कारण कुछ दिन, माह या साल में ही उनका रिश्ता बेबुनियादी होकर टूट जाता है। और इसके बाद सिर्फ पछतावा हाथ लगता है। यहां तक कि लवमैरिज करने के बाद भी कई रिश्ते टूट जाते है लेकिन हम आपको एक ऐसी लव स्टोरी के बारे में बताने जा रहे है। जिसमें दोनों को प्यार भी हुआ और इस शब्द को आगे ले जाने के लिए जीवनभर साथ देने का वादा भी किया गया। आज 3 साल से ज्यादा वक्त हो जाने के बाद भी दोनों के बीच इतना ज्यादा लगाव और प्यार है जिन्हें देखकर लगता है कि मानों अभी इनके प्यार की शुरुआत है।

किसी को प्यार फेसबुक पर मिलता है, तो किसी को किसी पार्टी या कॉलेज में मिल जाता है, लेकिन जिस कपल की हम बात कर रहे है उनकी कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। जी हां शालिनी सिंह और अमित की कहानी। जिसमें शालिनी एक दबंग बोल्ड लड़की है वहीं अमित शर्मीला और शांत स्वभाव का लड़का, तो जानिए आखिर यह प्यार कैसे बदला एक हैप्पी मैरिड कपल में...

शालिनी बताती है कि साल 2007 वह कानपुर से पढ़ाई खत्म कर दिल्ली आई तो एक नामी कंपनी में उन्हें जॉब मिल गई। वह और अमित एक ही कंपनी में काम करते थे लेकिन कभी भी एक-दूसरे को न ही देखा तो बात करना तो बहुत दूर की बात है। लेकिन कहते है न कि भगवान जोड़ी जब बनाता है तो सब सोच समझ कर बनाता है। बस हम खिलौने की तरह इधर से उधर चलते रहते है।

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