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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश कासगंज हिंसा: बरेली के डीएम ने Facebook पर पूछा सवाल तो मचा बवाल, हटाई पोस्ट

कासगंज हिंसा: बरेली के डीएम ने Facebook पर पूछा सवाल तो मचा बवाल, हटाई पोस्ट

इलाहाबाद में प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कासगंज हिंसा की शुरुआत करने वालों को कोई बचा नही पायेगा।

Kasganj-Violence-Bareilly-DM-take-on-communal-violence-creates-a-stir-on-social-media- India TV Hindi कासगंज हिंसा: बरेली के डीएम ने Facebook पर पूछा सवाल तो लखनऊ से पड़ी फटकार, हटाई पोस्ट

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कासगंज में हिंसा को लेकर जिलाधिकारी (डीएम) की फेसबुक पोस्ट ने बरेली से लेकर लखनऊ और दिल्ली तक हंगामा मचा दिया और पोस्ट पर विवाद बढ़ गया। बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने मुस्लिम मोहल्लों से जुलूस निकालकर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए जाने पर सवाल उठाए थे जिसके बाद उनके पोस्ट पर विवाद बढ़ा। हालांकि विवाद के बाद डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने फेसबुक पोस्ट डीलिट कर दी। बता दें कि डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह का ये फेसबुक पोस्ट 26 जनवरी को कासगंज में हुई हिंसा के बाद 28 जनवरी को पोस्ट किया गया था। इस पोस्ट में कलेक्टर राघवेंद्र विक्रम सिंह ने मुस्लिम मोहल्लों से जुलूस निकालकर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए जाने पर सवाल उठाए थे।

उन्होंने लिखा था कि, "अजब रिवाज बन गया है। पहले मुस्लिम मोहल्लों में पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुये घुस जाओ, फिर हंगामा करो। क्या वे पाकिस्तानी हैं। ऐसा ही बरेली के अलीगंज इलाके के खैलम में हुआ था।" भाजपा सांसद विनय कटियार ने राघवेंद्र विक्रम सिंह की फेसबुक पोस्ट पर नाराजगी जताई है और कहा है कि उनकी मानसिक हालत ठीक नहीं है। डीएम की फेसबुक टिप्पणी के बाद विवाद बढ़ा तो उन्होंने अपनी विवादित पोस्ट को फेसबुक से हटा दिया है।

कासगंज हिंसा: बरेली के डीएम ने Facebook पर पूछा सवाल तो लखनऊ से पड़ी फटकार, हटाई पोस्ट

वहीं इलाहाबाद में प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कासगंज हिंसा की शुरुआत करने वालों को कोई बचा नही पायेगा। उन्होंने कहा कि दोषियों को पाताल से भी ढूंढ निकालेंगे और सजा दी जाएगी। केशव मौर्य ने कहा कि घटना के बाद जो घटनाएं हुईं, प्रशासन उन पर नजर बनाए हुए है। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी की घटना से वह खुद व्यक्तिगत तौर पर आहत हैं। इस तरह की घटना देश और प्रदेश में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बता दें कि गणतंत्र दिवस पर कासगंज शहर में कथित रूप से आपत्तिजनक नारों को लेकर दो समुदायों के बीच पथराव और गोलीबारी में एक युवक की मौत की खबर आई थी जो अफवाह निकली तथा कुछ अन्य घायल हो गये थे। घटना के बाद से शहर में रह-रहकर हिंसक वारदात हुईं। मामले में अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

इस बीच, कासगंज शहर में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। हालांकि अधिकतर बाजार अब भी बंद हैं, लेकिन सड़कों पर लोगों का आवागमन शुरू हो चुका है। बहरहाल, जिला प्रशासन ने इंटरनेट सेवाओं को एहतियातन आज रात 10 बजे तक बंद रखा है। पुलिस, पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स की टुकड़ियां शहर में लगातार गश्त कर रही हैं। शहर की सीमाएं अब भी सील हैं।

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