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Hindi News भारत राजनीति उपचुनाव नतीजे: 4 लोकसभा में से सिर्फ एक सीट जीत पाई BJP, क्या मोदी को 2019 में हराना अब मुमकिन है?

उपचुनाव नतीजे: 4 लोकसभा में से सिर्फ एक सीट जीत पाई BJP, क्या मोदी को 2019 में हराना अब मुमकिन है?

उत्तर प्रदेश के कैराना में बीजेपी की हार हुई है और ये हार कई मायनों में बीजेपी के लिए सबक है क्योंकि कैराना के पलायन और मुजफ्फरनगर के दंगों को मुद्दा बनाकर बीजेपी ने 2014 में 71 सीटों के साथ सबसे बड़ी जीत यूपी में दर्ज की थी लेकिन चार साल बाद कैराना में सपा, बसपा, रालोद और कांग्रेस का एक साथ होना बीजेपी के लिए खतरे की घंटी है...

<p>amit shah and pm modi</p>- India TV Hindi amit shah and pm modi

नई दिल्ली: लोकसभा की चार सीटों के आज नतीजे आए और बीजेपी के खाते में सिर्फ एक सीट आई। उत्तर प्रदेश के कैराना में बीजेपी की हार हुई है और ये हार कई मायनों में बीजेपी के लिए सबक है क्योंकि कैराना के पलायन और मुजफ्फरनगर के दंगों को मुद्दा बनाकर बीजेपी ने 2014 में 71 सीटों के साथ सबसे बड़ी जीत यूपी में दर्ज की थी लेकिन चार साल बाद कैराना में सपा, बसपा, रालोद और कांग्रेस का एक साथ होना बीजेपी के लिए खतरे की घंटी है। 4 लोकसभा सीटों में से भाजपा को केवल एक महाराष्ट्र की पालघर सीट पर जीत मिली है। यहां राजेंद्र गावित जीते हैं। भंडारा-गोंदिया सीट पर राकांपा को जीत मिली। वहीं, नगालैंड में भाजपा की सहयोगी एनडीपीपी जीती हैं।

कहां कौन जीता?

लोकसभा सीट                    
कैराना (यूपी) - तबस्सुम हसन, आरएलडी            
पालघर (महाराष्ट्र)- राजेंद्र गावित, भाजपा                
भंडारा गोंदिया (महाराष्ट्र)- मधुकर कुकड़े, एनसीपी            
नगालैंड- तोखेयो योपथोमी, एनडीपीपी        

चार लोकसभा सीट-

कैराना (उत्तर प्रदेश)- उत्तर प्रदेश में गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट हारने के बाद सत्ताधारी भाजपा को ताजा उपचुनाव में कैराना सीट भी गंवानी पड़ी। गुरुवार को हुई मतगणना के बाद शामली जिले की कैराना लोकसभा सीट पर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) की प्रत्याशी तबस्सुम हसन ने भाजपा प्रत्याशी मृगांका सिंह को भारी मतों से हराया। तबस्सुम को सपा सहित अन्य विपक्षी दलों का समर्थन प्राप्त है। भाजपा कैराना में अपनी जीत पक्की मान रही थी, क्योंकि पार्टी यहां से लोगों के पलायन का मुद्दा उठाकर बहुत पहले से सियासी जमीन तैयार कर रही थी। पूर्व भाजपा सांसद हुकुम सिंह के इस क्षेत्र पर पार्टी को काफी भरोसा था। इस लोकसभा सीट पर तबस्सुम ने भाजपा की मृगांका को लगभग 50 हजार मतों से पराजित किया।

पालघर (महाराष्ट्र)- यह सीट पहले भी भाजपा के पास थी। यहां पर भाजपा के राजेंद्र गावित ने अपने निकटततम प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के उम्मीदवार श्रीनिवास वांगा को हराया। श्रीनिवास वांगा दिवंगत भाजपा सांसद चिंतामन वांगा के बेटे हैं। चिंतामन वांगा का इस वर्ष जनवरी में निधन हो गया था, जिस वजह से यहां उपचुनाव कराया गया। गावित ने कहा, "मैं इस जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और पार्टी के अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट करता हूं।"

भंडारा गोंदिया (महाराष्ट्र)- भंडारा-गोंदिया लोकसभा सीट पर एनसीपी 20,583 वोट से चुनाव जीत गई है। महाराष्‍ट्र में दोनों लोकसभा सीट भंडारा-गोंदिया और पालघर का चुनाव रिजल्ट सभी 4 बड़े राजनीतिक दलों- बीजेपी, शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस नतीजे का उनकी भावी दिशा पर असर पड़ने की संभावना है।

नगालैंड- यह राज्य की यह इकलौती लोकसभा सीट है। नगालैंड की सत्तारूढ़ नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) के उम्मीदवार तोखेयो येपथोमी ने जीत दर्ज की हैं। यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस के समर्थन वाली नगा पीपुल्स फ्रंट (NPF) और बीजेपी के समर्थन वाली एनडीपीपी के उम्मीदवारों के बीच था।

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