इन लड़कियों की Innovative सोच ने दुनिया को कैसे बनाया बेहतर, जानिए

  • बार्कले रिसर्च यूनिवर्सिटी से बायोइंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुकी सुरभि सरना ने 2010 में गर्भाशय संबंधी इलाज को आसान बनाने के लिए एनविजन की शुरूआत की है। 13 साल की उम्र में सुरभि को गर्भाशय में अल्सर हुआ था। लेकिन डॉक्टर आश्वस्त नहीं थे कि यह अल्सर है या कैंसर। इसके बाद सुरभि ने एक ऐसा बनाने की सोची जिससे पहली जांच में ही पता चल जाए कि क्या रोग है।

  • गीता वर्धन इसरो के एजवांस डाटा प्रोसेसिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट की निदेशक हैं। इन्हें वाई. नायुदम्मा मेमोरियल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।

  • ट्विटर पर मिस्ड कॉल मार्केटिंग कंपनी जिपडायल का अधिग्रहण हुआ है। इसमें मिस्ड कॉल के जरिए कमाई की जाती है। यह आइडिया अमेरिका की 31 वर्षीय वैलरी वैगनर को आया था भारत की it फर्म में यह अकेली ऐसी विदेशी महिला हैं जिन्होंने IPL में वन मिस्ड कॉल कैपेन शुरू किया था।

  • दिल्ली की निश्चिंत हताश और निराश लोगों को योगा सिखाती है। 45 साल की निश्चिंत पिछले 15 सालों से योगा क्लासेज चला रही है।

  • एशा ने सुपरकेपेसिटर का अविष्कार किया है इस सुपरकेपेसिटर से मोबाइल चार्ज करने में 20 से 30 मिनट का समय लगता है। एशा ने लिंब्रुक यूनिवर्सिटी से साइंस में ग्रेजुएशन किया है।

  • अमेरिका में फूड बेब के नाम से मशहूर वाणी हरि भारतीय मूल की फूड एक्टिविस्ट हैं। वाणी के प्रयासों से वहां कई मल्टीनेशनल कंपनियों ने अपने फूड प्रोडक्ट्स में से हानिकारक कैमिकल पदार्थ हटाए।