A
Hindi News दिल्ली न्‍यूज दो साल बाद सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री का पर्दाफाश, सामूहिक हत्याकांड को बताया था हॉरर किलिंग

दो साल बाद सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री का पर्दाफाश, सामूहिक हत्याकांड को बताया था हॉरर किलिंग

इस केस की जांच करने वाली यूपी पुलिस इसे हॉरर किलिंग बता रही थी लेकिन अब दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया है कि ये कोई हॉरर किलिंग का मामला नहीं था

दो साल बाद सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री का पर्दाफाश, सामूहिक हत्याकांड को बताया था हॉरर किलिंग- India TV Hindi दो साल बाद सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री का पर्दाफाश, सामूहिक हत्याकांड को बताया था हॉरर किलिंग

नई दिल्ली: दिल्ली के तिमारपुर में रहने वाले वेदप्रकाश, उनकी पत्नी साधना, बेटा शुभम और टीचर बेटी नैना दो साल पहले रहस्यमय तरीके से गायब हो गए थे। हापुड़ पुलिस ने जुलाई 2016 को गंग नहर से नैना का शव बरामद किया था। पुलिस को वहीं पर एक सैंट्रो कार मिली थी। यह कार नैना के पिता वेदप्रकाश के नाम पर रजिस्टर्ड थी। इस केस की जांच करने वाली यूपी पुलिस इसे हॉरर किलिंग बता रही थी लेकिन अब दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया है कि ये कोई हॉरर किलिंग का मामला नहीं था बल्कि कातिलों ने एक एक कर परिवार के चारों सदस्यों को मार डाला था।

18 जुलाई, 2016 को यूपी के हापुड़ की गंग नहर में सफेद रंग की कार तैरती दिखी थी और जब यूपी पुलिस ने कार को बाहर निकाला तो कार के अदंर से दिल्ली के बिजनेमैन वेदप्रकाश की बेटी नैना की लाश मिली। यूपी पुलिस ने छानबीन कि तो दिल्ली में वेदप्रकाश के घर ताला लगा मिला। महीनों तक जब वेदप्रकाश के परिवार का कुछ पता नहीं चला तो यूपी पुलिस ने मान लिया कि नैना की हॉरर किलिंग हुई है।

बताया गया कि बेटी की हत्या कर वेदप्रकाश का परिवार भाग गया। पिछले सवा दो सालों से यूपी पुलिस वेदप्रकाश, साधना और बेटे शुभम को नैना की हत्या का आरोपी बता कर तलाश रही थी लेकिन अब जो दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया है उससे यूपी पुलिस के भी होश उड़ गए। दिल्ली पुलिस के मुताबिक ये हॉरर किलिंग नहीं बल्कि सामूहिक हत्याकांड था। नैना के साथ साथ उसके माता पिता और भाई को भी बड़ी बेरहमी से कत्ल किया गया था।

आरोपी अभिषेक ने वेदप्राश से ब्याज पर पैसा लिया था जिसे ये लौटा नहीं पा रहा था इसीलिए इसने उनकी हत्या की साज़िश रची। इस वारदात में इसके साथ सोनू नाम का वेदप्रकाश का रिश्तेदार भी शामिल था। दोनों ने बावला नाम के सुपारी किलर को साथ लिया और फिर बहाने से वेदप्रकाश को बुलाया और कार के अंदर बावला ने उनकी तार से गला घोंट कर हत्या कर दी। शुभम ने वेदप्रकाश को अभिषेक के साथ जाते देख लिया था इसीलिए उसे भी अभिषेक ने बहाने से बुलाया और कार में गला घोंटकर मारा डाला।

उसके बाद साधना और नैना को भी बहाने से बुलाकर कार में गला घोंट कर मार डाला और चारों के शव कार के साथ गंग नहर में फेंक दिये। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यूपी पुलिस ने नैना के शव को उसी दिन बरामद कर लिया था, लेकिन बाकी तीन शवों के बारे में अब तक कोई सुराग नहीं मिला इसीलिए यूपी पुलिस इसे हॉरर किलिंग मान चुकी थी।

वहीं दिल्ली की क्राइम ब्रांच को खबर मिली की बावला नाम के एक युवक ने चार मर्डर किये हैं। इस टिप पर जब छानबीन की तो पुलिस के हत्थे चढ़ गया चार मर्डर का मास्टर माइंड अभिषेक। पूछताछ में अभिषेक ने इस हत्याकांड का पूरा सच बता दिया। अभिषेक के मुताबिक किलर बावला एक एक्सीडेंट में मारा गया। पुलिस अब बाकी के आरोपियों की तलाश कर रही है।